समानुपातिकतर्फको मतगणना अन्तिम चरणमा पुगिसक्दा कांग्रेस र एमालेको कूल सिट मिलाएर दुई तिहाइ बहुमत नपुग्ने झण्डै निश्चित भएको छ। समानुपातिकको सबै मत आज गन्न सकिने निर्वाचन आयोगले जनाएको छ। बिहान ९ बजे ५७ मिनेटमा आयोगले उपलब्ध गराएको ८७ लाख ९ हजार ८३ मतलाई अन्तिम मानी संविधान सभा निर्वाचन अध्यादेश २०७० ले व्यवस्था गरेको गणना विधि अनुसार सिट बाँडफाँड गर्दा कांग्रेस र एमालेको कूल सिट १९६ र १७६ हुने देखिन्छ। दुवै जोड्दा दुई तिहाइ बहुमतका लागि २९ सिटको अभाव हुनेछ। संविधानका प्रत्येक धारा दुई तिहाई बहुमतले अनुमोदन गर्नुपर्ने प्रावधान छ। समानुपातिकको मतगणनाको अन्तिम परिणाम आइनसके पनि अब थोरै मत गन्न मात्रै बाँकी रहेकोले अब एक दुई सिटको अन्तरबाहेक यो हिसाबमा ठूलो परिवर्तन नहुने निश्चित छ।
हालसम्मको गणनालाई आधार बनाउँदा माओवादीले समानुपातिकमा ५३ र प्रत्यक्षमा २६ गरी कूल ७९ सिट ल्याउने देखिन्छ।
अन्तरिम संविधानमा रहेको गणतन्त्र नै नमान्ने राजतन्त्र फर्काउन चाहने राप्रपा नेपाल प्रत्यक्षतर्फ निल भए पनि समानुपातिकमा २४ सिटमा रहनेछ। प्रत्यक्षमा ३ सिट जितेको राप्रपाले समानुपातिकमा १० सिट जिती १३ सिट जित्नेछ। संघीयताको विरोध गर्ने चित्रबहादुर केसीको जनमोर्चा समानुपातिकमा ३ सिटमा झर्नेछ। अघिल्लोमा यो पार्टीले प्रत्यक्षतर्फसमेत सिट जितेको थियो। संघीयताकै पक्षमा एमाले फुटाउने अशोक राईको संघीय समाजवादीले समानुपातिकबाट मात्रै ५ सिट पाउनेछ।
मधेसवादी दलहरुको यो चुनावमा प्रत्यक्षतर्फ समग्र परिणाम निराशाजनक भए पनि सबै मधेसवादी दलहरु एक भए भने अझै संविधान सभामा चौथो शक्तिको रुपमा रहने प्रोजेक्सनले देखाउँछ। प्रत्यक्ष र समानुपातिक दुवैमा गरी उनीहरुको एकीकृत सिट ४७ पुग्ने हालसम्मको गणनाले देखाउँछ। एकल हिसाबमा चौथो शक्ति रहेको राप्रपा नेपालको सिट २३ मात्रै छ। यसले मधेसवादी दलहरु अझै पनि आफ्ना मुद्दालाई दबाबका रुपमा अघि बढाउन सक्षम स्थितिमा रहेको देखाउँछ।
कांग्रेस र एमालेले मात्रै दुई तिहाई बहुमत पुर्याउन नसक्ने भएकोले यस पटकको संविधान सभाले पनि संविधान बनाउन निकै चुनौतिको सामना गर्नुपर्ने र दलहरुले चुनावअघि भन्दै आएको जस्तो एक वर्षभित्र संविधान जारी गर्ने काम कठिन हुने देखिन्छ।
बिहान ९ बजे ५७ मिनेटमा आयोगले उपलब्ध गराएको ८७ लाख ९ हजार ८३ मतलाई अन्तिम मानी संविधान सभा निर्वाचन अध्यादेश २०७० ले व्यवस्था गरेको गणना विधि अनुसार सिट बाँडफाँड गर्दा निम्न सिट संख्या हुने देखिन्छ- (अन्तिम परिणाम आएसँगै सिटमा सामान्य तलमाथि हुनसक्छ)
पार्टीको नाम | समानुपातिक | प्रत्यक्ष | कूल सिट |
नेपाली काँग्रेस |
91 |
105 |
196 |
नेपाल कम्यूनिष्ट पार्टी (ए. मा. ले) |
85 |
91 |
176 |
एकीकृत नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी) |
53 |
26 |
79 |
राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टी नेपाल |
24 |
0 |
24 |
मधेशी जनअधिकार फोरम, नेपाल(लोकतान्त्रिक) |
10 |
4 |
14 |
राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टी |
10 |
3 |
13 |
मधेशी जनअधिकार फोरम, नेपाल |
8 |
2 |
10 |
तराई–मधेश लोकतान्त्रिक पार्टी |
6 |
4 |
10 |
सङ्घीय समाजवादी पार्टी, नेपाल |
5 |
0 |
5 |
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (मार्क्सवादी–लेनिनवादी) |
5 |
0 |
5 |
सद्भावना पार्टी |
4 |
1 |
5 |
नेपाल मजदुर किसान पार्टी |
3 |
1 |
4 |
राष्ट्रिय जनमोर्चा |
3 |
0 |
3 |
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (संयुक्त) |
3 |
0 |
3 |
राष्ट्रिय जनमुक्ति पार्टी |
3 |
0 |
3 |
तराई मधेश सदभावना पार्टी नेपाल |
2 |
1 |
3 |
राष्ट्रिय मधेश समाजवादी पार्टी |
3 |
0 |
3 |
थरुहट तराई पार्टी नेपाल |
2 |
0 |
2 |
स्वतन्त्र |
0 |
2 |
2 |
नेपाल परिवार दल |
2 |
0 |
2 |
दलित जनजाति पार्टी |
2 |
0 |
2 |
अखण्ड नेपाल पार्टी |
1 |
0 |
1 |
जनजागरण पार्टी नेपाल |
1 |
0 |
1 |
नेपाः राष्ट्रिय पार्टी |
1 |
0 |
1 |
नेपाली जनता दल |
1 |
0 |
1 |
समाजवादी जनता पार्टी |
1 |
0 |
1 |
खम्वुवान राष्ट्रिय मोर्चा, नेपाल |
1 |
0 |
1 |
संघीय लोकतान्त्रिक राष्ट्रिय मञ्च (थरुहट) |
1 |
0 |
1 |
संघीय सद्भावना पार्टी |
1 |
0 |
1 |
मधेशी जनअधिकार फोरम (गणतान्त्रिक) |
1 |
0 |
1 |
संघीय गणतान्त्रिक समाजवादी पार्टी, नेपाल |
1 |
0 |
1 |
मधेश समता पार्टी नेपाल |
1 |
0 |
1 |
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी |
0 |
0 |
0 |
खस समावेशी राष्ट्रिय पार्टी |
0 |
0 |
0 |
देशभक्त पर्यावरणीय सामाजिक (देपसा) मोर्चा |
0 |
0 |
0 |
नयाँ संघीयता जनधारणा पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल गणतान्त्रिक एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाली जनता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
संघीय विकासवादी पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
ॐ सेना नेपाल |
0 |
0 |
0 |
अखण्ड सुदूरपश्चिम पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
गरिब जनताको क्रान्ति पार्टी |
0 |
0 |
0 |
गरीब एकता समाज पार्टी, नेपाल |
0 |
0 |
0 |
चुरेभावर राष्ट्रिय एकता पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
चुरेभावर राष्ट्रिय पार्टी |
0 |
0 |
0 |
चुरेभावर लोकतान्त्रिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
जन प्रजातान्त्रिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
जनता दल नेपाल |
0 |
0 |
0 |
जनता दल युनाइटेड |
0 |
0 |
0 |
जनता दल लोकतान्त्रिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
जनता पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
जनतान्त्रिक तराई मधेश मुक्ति टाइगर्स |
0 |
0 |
0 |
जनमोर्चा नेपाल |
0 |
0 |
0 |
जनयुनिटी को–अपरेटिभ पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
तराई पहाड हिमाल समाज पार्टी |
0 |
0 |
0 |
तराई मधेश पहाड हिमाल एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
तामाङसालिङ राष्ट्रिय जनएकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
देशभक्त समाज |
0 |
0 |
0 |
नयाँ नेपाल राष्ट्रिय पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नव नेपाल निर्माण पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (मालेमा) साम्यवादी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (माले–समाजवादी) |
0 |
0 |
0 |
नेपाल गौरवशाली पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल जनता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल जनभावना पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल जनसमावेशी एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल नागरिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल न्यायिक दल |
0 |
0 |
0 |
नेपाल प्रजातान्त्रिक प्रगतिशिल पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल मधेशी जनता दल (समाजवादी) |
0 |
0 |
0 |
नेपाल युवा किसान पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल राष्ट्रसेवा दल |
0 |
0 |
0 |
नेपाल राष्ट्रिय यातायात विकास दल |
0 |
0 |
0 |
नेपाल राष्ट्रिय विकास पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल लेबर पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल लोकतान्त्रिक समाजवादी दल |
0 |
0 |
0 |
नेपाल शान्ति क्षेत्र परिषद् |
0 |
0 |
0 |
नेपाल श्रमजिवी दल |
0 |
0 |
0 |
नेपाल सद्भावना पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपाल सद्भावना पार्टी (गजेन्द्रवादी) |
0 |
0 |
0 |
नेपाल सद्भावना पार्टी (युनाइटेड) |
0 |
0 |
0 |
नेपाल समाजवादी पार्टी (लोहियावादी) |
0 |
0 |
0 |
नेपाल समावेशी पार्टी |
0 |
0 |
0 |
नेपालआमा पार्टी |
0 |
0 |
0 |
पिछडावर्ग निषाद दलित जनजाति पार्टी |
0 |
0 |
0 |
बहुजन समाज पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
मंगोल नेशनल अर्गनाइजेशन |
0 |
0 |
0 |
मधेश तराई फोरम |
0 |
0 |
0 |
मधेशी जनअधिकार फोरम मधेश |
0 |
0 |
0 |
मातृभूमि नेपाल दल |
0 |
0 |
0 |
युनाइटेड ग्रीन अर्गनाइजेशन |
0 |
0 |
0 |
युवा शक्ति नेपाल पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रवादी एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रवादी जनता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय चुरेभावर पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय जन विकास पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय जनता दल नेपाल |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय नागरिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय मधेश एकता पार्टी, नेपाल |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय मधेश बहुजन समाजवादी पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय मुक्ति आन्दोलन, नेपाल |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय यथार्थवादी पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय लोकतान्त्रिक युवा पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय शिवसेना पार्टी |
0 |
0 |
0 |
राष्ट्रिय स्वाभिमान पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
लिग नेपाल शान्ति एकता पार्टी |
0 |
0 |
0 |
लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी |
0 |
0 |
0 |
लिम्बुवान मुक्ति मोर्चा |
0 |
0 |
0 |
लिम्बुवान मुक्ति मोर्चा नेपाल |
0 |
0 |
0 |
लोक दल |
0 |
0 |
0 |
लोकतान्त्रिक जनता पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
लोकतान्त्रिक पार्टी–नेपाल |
0 |
0 |
0 |
विश्व सत्यवादी पार्टी |
0 |
0 |
0 |
शान्ति पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
शिवसेना नेपाल |
0 |
0 |
0 |
श्रमिक जनता पार्टी–नेपाल |
0 |
0 |
0 |
संघीय लिम्बुवान राज्य परिषद |
0 |
0 |
0 |
संघीय समावेशी समाजवादी पार्टी, नेपाल |
0 |
0 |
0 |
संयुक्त जनमोर्चा |
0 |
0 |
0 |
संयुक्त राष्ट्रवादी मोर्चा नेपाल |
0 |
0 |
0 |
सहकारी पार्टी नेपाल |
0 |
0 |
0 |
सोसल रिपब्लिकन पार्टी |
0 |
0 |
0 |
हरियाली नेपाल पार्टी |
0 |
0 |
0 |
हिन्दु प्रजातान्त्रिक पार्टी, नेपाल |
0 |
0 |
0 |
० सिट लेउने पार्टीलाइ रजिस्टर निलंबन गर्नुपर्छ
सालोक्य जी, यहाँ ले निर्वाचन आयोग ले भन्दा धेरै नै छिटो यो अनुमान उपलब्ध गराई सबैलाई सुसुचित गर्नु भएको मा धन्यवाद | तपाईं ले भनेजस्तै काँग्रेस एमाले को दुइतिहाइ नपुग्ने त पक्कै हो तर यहाँले भने जस्तो दुइतिहै पुग्न लाइ २९ सिट चाहिने भन्ने चाही होइन | किन भने प्रजातान्त्रिक शक्ति को दुइ तिहाइ पुग्न तपाईं ले भने जस्तो गाह्रो पनि छैन | किनभने काँग्रेस एमालेको ३७२ भन्ने अनुमान ६०१ को नभई ५७५ को हो र दुइ तिहाइ पुग्नलाई १३ सिट मात्र कमि छ | जुन काँग्रेस एमाले को जस्तै समान विचार राख्ने राप्रपा (राणा अध्यक्ष्य भएको) र नेकपा माले (सिपि मैनाली) को जोड्दा सजिलै पुग्छ र मनोनित हुने २६ सिट को पनि त्यहि अनुपात मै मनोनित होला | पक्कै काँग्रेस एमाले को मात्र त पुग्दैन तर पुग्न गाह्रो पनि छैन जस्तो लग्छ मलाई | उनीहरु लै एकदुई वटा मन्त्रि भयो भने अरु विचार नमिल्ने जस्तो केहि पनि छैन जस्तो लग्छ है मलाई त |
यो अंकगणित र जोड घटाउको खेल मा मदेशीनेता भनौदा जनताको नाममा डाँका र चोरको नेत्रित्य गर्ने दल (ढल) हरुले अझै सम्जौताको नाम मा चोरी र ठगि खानलाई अझै संबिधान सभाको कुनोमाबशेर अन्कुसो हाल्न पौने भए जस्तो छ|
बरु यस्ता लै स्वात्तै पुराना भास्त्रचारी र चोरी मुद्दाको हिसाब ले जेल पठाउने तर्क मा सहमतिमा ल्याउन सकिन्न? यदी प्रसासन र न्याय संस्थाको मनोबल भए र इम्मंदार हुन सक्ने हो भने यी चोर हरुलाई सज्ने अबसर यही हो? किनकि अब संबिधान बनौन यी चोर हरु चाइहिदैनन|